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भाजपा व जजपा के रिश्तों में दरार, मंत्री बनने की चाह के साथ निर्दलीय विधायकों ने की भाजपा प्रभारी से की मुलाकात

Rift in the relationship between BJP and JJP, with the desire to become a minister, independent MLAs met the BJP in-charge

Update: 2023-06-09 18:28 GMT

हरियाणा में भाजपा व जजपा गठबंधन के बीच पड़ी दरारों के बीच बृहस्पतिवार को चार निर्दलीय विधायकों ने भाजपा प्रभारी बिप्लब कुमार देब से मुलाकात कर प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है।

इन चारों विधायकों ने नई दिल्ली में भाजपा प्रभारी के आवास पर मुलाकात की और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में पूरी आस्था जताई।निर्दलीय विधायकों ने आरंभ से ही सरकार को अपना समर्थन दे रखा है, लेकिन उनकी पार्टी प्रभारी से यह मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि दो दिन पहले ही बिप्लब कुमार देब ने भाजपा के सहयोगी दल जजपा को सार्वजनिक मंच से खरी-खरी सुनाई थी

चरखी दादरी के निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने बृहस्पतिवार सुबह भाजपा प्रभारी से नई दिल्ली में मुलाकात की। बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद, पूंडरी के विधायक रणधीर गोलन और नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर ने बृहस्पतिवार रात को दिल्ली में भाजपा प्रभारी के साथ मुलाकात की

गोपाल कांडा भी पूरी तरह से सरकार के साथ :-

महम के विधायक बलराज कुंडू सरकार के साथ नहीं हैं। बाकी छह विधायक रणजीत सिंह चौटाला, नयनपाल रावत, धर्मपाल गोंदर, रणधीर सिंह गोलन, सोमबीर सिंह सांगवान व राकेश दौलताबाद सरकार के साथ हैं। रानियां से विधायक रणजीत सिंह चौटाला को सरकार ने कैबिनेट मंत्री बनाया हुआ है। बाकी निर्दलीय विधायकों को सरकार ने चेयरमैनी देकर एडजस्ट किया हुआ है। सिरसा से हलोपा विधायक गोपाल कांडा भी पूरी तरह से सरकार के साथ हैं।

जजपा के 10 विधायकों का समर्थन सरकार के साथ :-

जजपा के 10 विधायकों का समर्थन सरकार के साथ है। अगर गठबंधन टूटता है तो भाजपा को सरकार में बने रहने के लिए पांच और विधायकों की जरूरत होगी। छह निर्दलीय विधायक खुलकर सरकार के साथ हैं। गोपाल कांडा का भी समर्थन है। ऐसी स्थिति में भी भाजपा के पास कुल संख्या बल 48 बनता है। यदि जजपा का गठबंधन टूटता है तो निर्दलीय विधायकों की साढ़े तीन साल पुरानी मंत्री बनने की आशा पूरी हो सकती है।

निर्दलीय विधायक भी भाजपा के साथ :-

सूत्रों के अनुसार निर्दलीय विधायकों ने भाजपा प्रभारी से कहा है कि जजपा के साथ गठबंधन टूटने की स्थिति में सरकार बनाए रखने के लिए वह हर तरह से भाजपा के साथ हैं। बता दें कि राज्यसभा चुनाव में भी निर्दलीय विधायक पूरी तरह से मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ खड़े नजर आए थे। उस समय नयनपाल रावत ने इन निर्दलीय विधायकों की अगुवानी की थी।पिछले साढ़े तीन साल से निर्दलीय विधायक इस आस में हैं कि कब भाजपा के साथ जजपा का गठबंधन टूटे और वह सरकार बनाने में भाजपा के सहयोगी बन सकें। बाक्स इसलिए आई भाजपा व जजपा के रिश्तों में दरार भाजपा प्रभारी बिप्लब देब ने अपने फरीदाबाद दौरे के दौरान सार्वजनिक मंच से कहा था कि जजपा किसी गलतफहमी में न रहे। उसने भाजपा को समर्थन देकर कोई अहसास नहीं कर रखा है अथवा फ्री में समर्थन नहीं दे रखा है। इसके बदले में भाजपा ने जजपा के विधायकों को मंत्री बनाया हुआ है। देब को यह बात इसलिए कहनी पड़ी थी, क्योंकि जब उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता के उचाना से विधायक बनने का दावा किया तो उचाना से मौजूदा जजपा विधायक एवं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का बयान आया कि कुछ लोगों के पेट में दर्द है। उचाना से मैं ही विधायक बनूंगा।

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